रांची : सरस्वती पूजा: बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती की पूजा की जाती है. मान्यताओं के अनुसार, माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को विद्या, वाणी और कला की देवी मां सरस्वती का ब्रह्माजी के मुख से अवतरण हुआ था. मान्यतानुसार सरस्वती माता की पूजा वसंत पंचमी के दिन करने से वे जल्दी प्रसन्न हो जाती हैं.
छात्र व कलाकार के जीवन में सरस्वती पूजा का विशेष महत्व है. कोरोना काल में सरस्वती पूजा के पंडालों में कमी आयी है. मगर छात्रों के उत्साह में कोई कमी नहीं है.
कैसे मनाएं सरस्वती पूजा
पंचांगनुसार, माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि का प्रारंभ 05 फरवरी, दिन शनिवार को प्रात: 03:47 बजे से दूसरे दिन रविवार को प्रात: 03:46 बजे तक मनाई जाएगी. बसंत पंचमी के दिन पूजन का मुहूर्त सुबह 07:07 बजे से लेकर दोपहर 12:35 तक रहेगा. इस दिन सिद्ध योग शाम 05 बजकर 42 मिनट तक है, उसके बाद से साध्य योग शुरू हो जाएगा. बसंत पंचमी के दिन रवि योग शाम 04:09 बजे से अगले दिन प्रात: 07:06 बजे तक रहेगा. शुभ मुहूर्त में पूजा करने से आप करियर में सफलता पा सकते हैं।
थंडर न्यूज अनुरोध करता है कि पूजा के दौरान कोरोना प्रोटोकॉल का पालन पर विशेष ध्यान रखें. भीड़ न लगाएं. जहां तक संभव हो घर में पूजन विधि करें. डरें नहीं, सावधानी से पूजा करें.
@गौतम





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